आज हम बात करेंगे fissure के लिए जो क्रीम लगाते हैं उसके बारे में. इस क्रीम का नाम है crema gel . आज हम जानेंगे crema gel के uses के बारे में ( Crema gel uses in hindi). दोस्तों हमें जब भी ऐसा लगता है कि लैट्रिन के मार्ग से खून जा रहा है या लैट्रिन पास करते समय दर्द हो रहा है तो हम समझ जाते हैं कि हमें पाइल्स हुआ है. या फिर हम खुद ही अपना डायग्नोसिस बना लेते हैं कि मुझे पाइल्स (piles) है और फिर फार्मेसी में जाके हम अपना इलाज ( piles treatment ) चालू कर देते हैं.
आपको यह लगता है कि फार्मेसी वाला बीमारियों के बारे में काफी जानकारी रखता है.
कौन सी ट्यूब किसके लिए लगाई जाती है यह भी मालूम होगा.
पर दोस्तों ऐसा नहीं पर होता.
ऐसा स्पेसिफिक इलाज लिखा हुआ होता ही नहीं है कि
पाइल्स piles treatment के लिए ट्यूब, FISSURE के लिए cream, Fisher ki cream.
इसीलिए बिना जांच किए कोई भी अच्छा डॉक्टर
आपको ट्यूब लिख कर दे नहीं सकेगा.
फिर भी इस blog में मैं आपको कुछ कॉमन क्रीम के बारे में बताना चाहता हूं
जो आप समझते हैं कि आपको मेरे बताए अनुसार
कुछ लक्षण दिखते हैं तो आप इन क्रीम का उपयोग कर सकेंगे.
crema gel uses in Hindi for fissure.
इस क्रीम का नाम है crema जेल 2%. ये फिशर के लिए बेस्ट क्रीम है .
इस क्रीम को आप फिशर में लगा सकते हैं.
अगर आपको FISSURE है तो आप इन सिम्टम्स का ध्यान रखें
1] शौच करते समय अत्याधिक दर्द होना.
2] शौच के बाद जलन होना.
3] शौच के जगह पर खुजली होना.
4] शौच के बाद चेयर पर बैठने में या गाड़ी पर बैठने में दर्द होना.
5] शौच के दौरान लैट्रिन की जगह से खून जाना या फिर खून लैट्रिन
को चिपक कर आना.
यदि आपको इन लक्षणों में से कोई भी 2 या उससे ज्यादा
लक्षण है तो आप यह समझ सकते हैं कि आपको फिशर हुआ है
और इस FISSURE को डॉक्टर को दिखाने से पहले अगर आप
स्वयं कुछ इलाज करना चाहते हो तो यह ट्यूब लगा सकते हो.
ट्यूब से आप का दर्द एकदम से कम नहीं होगा. क्योंकि यह कोई
एनाल्जेसिक क्रीम नहीं है जिससे आपका दर्द कम हो
जाए.
लेकिन इस ट्यूब को लगातार एक हफ्ते तक लगाने से आपका
लैट्रिन का जो दर्द है वह धीरे-धीरे जरूर कम होगा.
इस ट्यूब की वजह से आपकी लैट्रिन लैट्रिन की नसें जो टाइट
हुई है वो धीरे धीरे ढीली होती जाएंगी और आपको जो
दर्द महसूस हो रहा है वह कम होते जाएगा . अगर आपको इस क्रीम से आराम मिलता है तो यह
क्रीम आप एक महीना लगा सकते हैं.
पर हां एक ध्यान रखने वाली बात भी है,
अगर आप हार्ट पेशेंट है, अगर आप प्रेग्नेंट लेडी है, आपको
छोटे बच्चों को यही क्रीम लगाना है, तो आपको एक्सपर्ट डॉक्टर
को दिखाकर ही लगाना पड़ेगा.
इन कंडीशन में आप इस क्रीम का उपयोग नहीं कर सकते हैं.
यह ध्यान रखने वाली एक जरूरी बात है.
Crema gel क्रीम कैसे लगाई जाए
अब आपको मैं और एक इंपॉर्टेंट बात बताना चाहता हूं
fisher की क्रीम कैसे लगाई जाए.
अक्सर हर क्रीम के साथ नोजल मिलता है. जो क्रीम के
मुंह पर लगाकर लैट्रिन की जगह पर लगाने के काम आता है.
जब आपको फिशर हुआ है तो आपको लैट्रिन में दर्द भी रहेगा .
इसीलिए आपको यह क्रीम बिना नोजल लगाए ही लगाना पड़ेगा.
आपको यह खड़े होकर या बेड पर लेट कर लगाना नहीं है.
आप अपने इंडियन टॉयलेट में जाइए और सीट पर बैठ कर
अपने उंगली पर क्रीम लीजिए और लैट्रिन के मार्ग पर लगा लीजिए.
आप उंगली से क्रीम को लैट्रिन के मार्ग में अंदर धकेलने की कोशिश नहीं कीजिए.
या फिर उंगली को अंदर डालने की कोशिश नहीं करना है.
आपको सिर्फ लैट्रिन की मार्ग को थोड़ा सा ढीला करना है जैसे कि
लैट्रिन होते समय होता है और फिर क्रीम को लैट्रिन की जगह
पर लगाकर खड़े होना है. जैसे ही आप खड़े हो जाओगे क्रीम अपने
आप लैट्रिन की जगह से थोड़ा अंदर चली जाएगी .
और यही सही तरीका क्रीम लगाने का है. अगर आपके पास लैट्रिन
की सुविधा नहीं है तो आप नीचे बैठ कर (स्कवेटिंग
पोजीशन में ) लैट्रिन की पोजीशन में बैठकर लगा लीजिए.
इस प्रकार क्रीम लगाने से आपको दर्द बिल्कुल नहीं होगा.
अगर क्रीम का नोजल अंदर डालने की कोशिश करते हैं तो
आपको बहुत दर्द होने की संभावना है. FISSURE का जो अल्सर
रहता है वह भी नोजल की वजह फटने की संभावना होती है.
यह blog केवल और केवल आपके नॉलेज के लिए बनाई गई है.
आपको इस बारे में बेटर इंफॉर्मेशन रहने के लिए बनाई गई है
ताकि आपको कोई अगर यह ट्यूब या क्रीम रिकमेंट करता है
तो आप यह समझे कि इस क्रीम का क्या काम होता है.
Conclusion:
मैं आपको कतई यह सलाह नहीं दूंगा कि आप अपना खुद का
डायग्नोसिस खुद करें और खुद इलाज चालू करें.
पर अगर आपको fissure है तो आप crema जेल लगाना शुरू कर करदे . इस लेख में आप crema gel के uses के बारे में जान चुके है . अगर आप को कोई भी सवाल है तो कमेंट बॉक्स में जरूर लिखिए .
धन्यवाद दोस्तों मैं आपको इस तरह के और मेडिसिन के
बारे में जानकारी देते रहूंगा.
थैंक यू.
Frequently asked questions.
1) फिशर का परमानेंट इलाज क्या है?
फिशर अगर अर्ली स्टेज में है तो दवाई द्वारा इसका परमानेंट इलाज हो सकता है . पर अगर ये लेट स्टेज पर है तो इसे ऑपरेशन से परमानेंट इलाज कर सकते है .
2) फिशर के दर्द को कैसे कम करें?
फिशर के दर्द को एनाल्जेसिक गोलिया और क्रीम जेल लगाके कम किया जा सकता है .
3) फिशर में क्या परहेज करें?
तेज खाना स्पाइसी खाना और नॉनवेज खाने में परहेज करना चाहिए .
4) फिशर बार बार क्यों होता है?
इम्प्रॉपर तरीके के ट्रीटमेंट से फिशर बार बार कर सकते है. या फिर आपको बार बार कब्ज की शिकायत है तो फिर बार बार फिशर हो सकता है .
5) फिशर कितने दिन में ठीक होता है?
इसे अगर दवाई से थी करना है , और अगर ये अर्ली स्टेज में है तो ये २ से ३ महीने में ठीक हो सकता है.
6) फिशर कैसे दिखता है?
फिशर एक अलसर या फटे चमड़ी जैसा दीखता है .
7) मलद्वार में कौन सा तेल लगाना चाहिए?
मलद्वार में कोई भी तेल लगाना गलत है . ये लुब्रिकेशन के अलावा किसी काम का नहीं है . इससे फिशर ठीक नहीं हो सकता .