नमस्कार दोस्तों,
आज मैं आपको कैंसर के बारे में बहुत ही महत्वपूर्ण बातें बताने जा रहा हूं. आज का टॉपिक कुछ अलग है. आज मैं आपको कैंसर के बारे में कुछ लोग कुछ आयुर्वेदिक डॉक्टर, या कुछ डॉक्टर जो डॉक्टर भी नहीं होते, ऐसे लोग जो यूट्यूब पर अपनी वीडियो बनाकर गलतफहमियां फैलाने का काम करते हैं, वह गलतफहमियां मैं आपको क्लियर कर देना चाहता हूं.
जो लोग ऐसी गलतफहमी फैलाने वाले वीडियो को लाइक कर शेयर करते हैं, या फिर उन चैनल्स को पसंद करते हैं, ऐसे लोग अनजाने में इन डॉक्टरों का साथ देते हैं. और आज के इस आर्टिकल मे मैं ऐसे ही लोगों को कुछ महत्वपूर्ण बातें समझाने जा रहा हूं. ताकि यह लोग कैंसर के बारे में समझें और समाज को ऐसे गलतफहमियां फैलाने वाले डॉक्टर से, या ऐसे कोई भी लोग जो ऐसा दावा करते हैं कि हम यह कैंसर नहीं मानते, हमारे दवाइयों से कैंसर ठीक हो जाता है, या ऐसे ही झूठे वादे करते हैं इन लोगों से समाज को बचाए.
कैंसर कोई एक खतरनाक बीमारी है ही नहीं.
सबसे पहले गलतफहमी यह लोग फैलाते हैं की कैंसर कोई एक खतरनाक बीमारी है ही नहीं.
एक तथाकथित डॉक्टर जो यूट्यूब पर बहुत मशहूर है, वह कहते हैं कि शरीर पर अगर कोई भी गाठ आती है, तो आपको डॉक्टर के पास जाकर डायग्ग्नोसिस करने की जरूरत ही नहीं.
और अगर आप डॉक्टर के पास गए तो जैसे ही डॉक्टर आप की गठान की जांच करेगा वह कैंसर में बदल जाएगी.
अब यहां पर समझने वाली बात यह है कि अगर आपकी गठान नॉर्मल है और आप उसे डॉक्टर के पास जाकर चेक करना चाहते हैं. तो जैसे ही डाक्टर उसमें एक नीडल डाल कर माइक्रोस्कोप ( FNAC OR TRU-CUT BIOPSY) जांच करना चाहेगा, तो वह गांठ कैंसर में बदल जाएगी ?
इसमें क्या तर्क है भाई. जो गांठ अभी तक नॉर्मल है वह अचानक एक नीडल डालने की वजह से तुरंत कैंसर में कैसे तब्दील होगी? और जो लोग इन बातों पर आज तक यकीन करते हैं वह क्या अपना दिमाग नहीं लगा सकते हैं कि ऐसे कैसे हो रहा है?
यह बात बिल्कुल बेवकूफी भरी बात है और ऐसा हो ही नहीं सकता.
ऑक्सीजन और कैंसर
दूसरी बात इन लोग आम लोगों के मन में डाल रहे हैं कि अगर शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो गई, तो उस जगह पर कैंसर बन जाता है.
यह बात बहुत ही हास्य पद बात है. कुछ समझ में नहीं आता कि लोग कैसे इन बातों को यकीन मान लेते हैं.
समझने वाली बात यह है कि अपने शरीर की कोई भी CELL हो, या कैंसर के CELL हो, दोनों ही बिना ऑक्सीजन के जिंदा नहीं रह सकते. दोनों चीजों को ब्लड का भरपूर सप्लाई रहता है और इसी ब्लड से इनको ऑक्सीजन मिलता है. अगर कैंसर सेल का ऑक्सीजन बंद हो जाए तो वह भी अपने शरीर के सेल की तरह मर जाएंगे .
इसीलिए यह सोचना गलत है कि कैंसर के सेल ऑक्सीजन ना होने की वजह से पनपते हैं. और अगर हम योगा करके व्यायाम करके शरीर का ऑक्सीजन बढ़ाते हैं तो CANCER अपने आप खत्म हो जाएगा. यह सरासर गलत जानकारी लोगों में बढ़ाना और कैंसर के मरीजों को बिना इलाज के जान से मारने वाली बात है.
उपवास और कैंसर
यूट्यूब पर एक डॉक्टर तो बहुत ही हास्यास्पद बात करते हैं . वह कहते हैं कि हफ्ते में एक दिन हमें पूरा 24 घंटे का उपवास करना चाहिए. यह उपवास कैंसर के मरीज के लिए बहुत ही लाभदायक है.
जिस दिन उपवास होता है उस दिन अपने बॉडी को खाद्य पदार्थों से एनर्जी नहीं मिलती. ऐसे में अपनी बॉडी इन कैंसर सेल्स को मारकर एनर्जी की पूर्ति करती है.
यह जो इतना बड़ा झूठा दावा इन यूट्यूब डॉक्टर ने किया है और लोग भी बिना दिमाग के इन बातों को सही मानने को बैठे हैं.
मुझे तो ऐसे चैनल्स को देखने वाले, इनकी बातों को मानने वाले लोगों की दया आ रही है. अगर सचमुच इन लोगों ने अपने कैंसर के मरीजों के साथ ऐसा कुछ व्यवहार किया तो बेचारे वह मरीज बिना इलाज के ही जल्दी से जल्दी मर जाएंगे.
यह बातें समाज विरोधी, भारत विरोधी और मानवता विरोधी भी है. आज एलोपैथी साइंस बहुत ही उन्नत और कारगर साइंस माना जाता है. पर उसकी अपनी लिमिटेशंस होती है. और इन्हीं लिमिटेशंस के कारण हर प्रकार के कैंसर का इलाज हंड्रेड परसेंट सक्सेसफुल होना मुश्किल रहता है.
आज मैं अपने इस आर्टिकल से भारत की जनता को अपील करना चाहता हूं कि जिस तरह तुम हर चीज देख पढ़कर खरीदना चाहते हो. उसके बारे में खरीदने के पहले ज्यादा से ज्यादा जानकारी पाना चाहते हो. वैसे ही तुम हर बीमारी के बारे में साइंटिफिक तरीके से जानने की कोशिश करो. उस बीमारी के कारण के बारे में जानो. उसके साइंटिफिक तरीके की ट्रीटमेंट के बारे में जानकारी लो. आज इस इंटरनेट के युग में आप यह जानकारी आसानी से पा सकते हो और समझ भी सकते हो.
इसमें कोई दो राय नहीं है कि की कुछ लोग केवल और केवल सस्ती लोकप्रियता के लिए, अपने चैनल पर ज्यादा से ज्यादा सब्सक्राइबर पाने के लिए, ऐसे गलत-गलत वीडियो या आर्टिकल बनाते हैं.
मैं चाहूंगा कि आप बाकी कोई भी बीमारियों के बारे में अगर कुछ राय रखते हो, या फिर कोई नेचुरोपैथी, होम्योपैथी, आयुर्वेदिक या अन्य कोई PATHY पर विश्वास रखते हो, तो रखो पर कम से कम कैंसर जैसी बीमारियों के लिए, जो हर हफ्ते में भयानक बनती जाती है. ऐसी बीमारियों के लिए केवल और केवल साइंटिफिक तरीके के ट्रीटमेंट पर ही विश्वास करो. और यह ट्रीटमेंट केवल और केवल एलोपैथी ही दे सकती है.